केदारनाथ धाम, उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित एक पवित्र तीर्थस्थल है, जो भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। हर साल लाखों श्रद्धालु और पर्यटक इस दिव्य स्थल की यात्रा करते हैं। यदि आप भी केदारनाथ की यात्रा की योजना बना रहे हैं और बजट में यात्रा करना चाहते हैं, तो यह गाइड आपके लिए है।
यात्रा की योजना
1. यात्रा का समय
केदारनाथ मंदिर हर साल अप्रैल के अंत (अक्षय तृतीया) से नवंबर के मध्य (कार्तिक पूर्णिमा) तक खुला रहता है। इस अवधि में मौसम अनुकूल होता है और यात्रा सुविधाजनक रहती है।

2. पहुँचने का मार्ग
- रेल मार्ग: निकटतम रेलवे स्टेशन ऋषिकेश है। यहाँ से आप बस या टैक्सी द्वारा सोनप्रयाग तक पहुँच सकते हैं।
- सड़क मार्ग: दिल्ली, हरिद्वार, देहरादून आदि शहरों से बस या टैक्सी द्वारा सीधे सोनप्रयाग तक पहुँचा जा सकता है।
- हवाई मार्ग: निकटतम हवाई अड्डा देहरादून (जॉली ग्रांट) है। यहाँ से सड़क मार्ग द्वारा सोनप्रयाग तक पहुँचा जा सकता है।
- ट्रेक: सोनप्रयाग से गौरीकुंड तक वाहन द्वारा और फिर गौरीकुंड से केदारनाथ तक 16-17 किमी का ट्रेक करना होता है।
बजट में यात्रा कैसे करें?
1. आवास
गौरीकुंड, सोनप्रयाग और केदारनाथ में सरकारी गेस्ट हाउस (GMVN) और धर्मशालाएँ उपलब्ध हैं, जहाँ ₹300 से ₹800 प्रति रात में ठहरने की सुविधा मिलती है।
2. भोजन
स्थानीय ढाबों और लंगरों में शुद्ध शाकाहारी भोजन ₹50 से ₹150 में उपलब्ध होता है।
3. यात्रा खर्च
- बस/टैक्सी: हरिद्वार से सोनप्रयाग तक बस का किराया लगभग ₹400-₹500 होता है।
- पैदल यात्रा: गौरीकुंड से केदारनाथ तक पैदल यात्रा निःशुल्क है।
- घोड़ा/पालकी: यदि आप घोड़े या पालकी का उपयोग करते हैं, तो खर्च ₹2,000 से ₹4,000 तक हो सकता है।
4. कुल अनुमानित खर्च
यदि आप बजट में यात्रा करते हैं, तो कुल खर्च लगभग ₹5,000 से ₹7,000 के बीच हो सकता है।
आवश्यक तैयारी
- पंजीकरण: यात्रा के लिए ई-पास अनिवार्य है, जिसे यहाँ से प्राप्त किया जा सकता है।
- स्वास्थ्य जांच: उच्च ऊँचाई पर यात्रा करने से पहले स्वास्थ्य जांच कराना उचित होता है।
- सामान: गरम कपड़े, रेनकोट, टॉर्च, दवाइयाँ, और आवश्यक दस्तावेज साथ रखें।
यात्रा के सुझाव
- यात्रा के दौरान पर्यावरण की सुरक्षा का ध्यान रखें।
- स्थानीय नियमों और निर्देशों का पालन करें।
- भीड़-भाड़ से बचने के लिए सप्ताह के मध्य में यात्रा करना बेहतर होता है।
आंतरिक और बाह्य लिंक
केदारनाथ यात्रा न केवल एक धार्मिक अनुभव है, बल्कि यह हिमालय की गोद में एक अद्वितीय साहसिक यात्रा भी है। सही योजना और तैयारी के साथ, आप इस यात्रा को यादगार और बजट में बना सकते हैं।